वाराणसी। पानी इंसान खातिर केतना जरूरी हव इ त सब लोक जानअला। सरकार भी समय समय पर गांव वालन के पानी के व्यवस्था करल करला। लेकिन गांव वालन कइसे पानी पीयत हउवन, इ सब बात खातिर के सरकार कभी भी पीछे मुड़ के नाहीं देखत। आखिर गांव वालन के इ बात धियान के देई? वाराणसी के कउनों भी अइसन गांव ना होई जहां दू चार हैण्डपम्प बिगड़ल ना होय अभहीं त गर्मी भी नाहींष्शुरू भएल हव लेकिन कुछ गांव के लोग पानी खातिर तरसत हयन।
अगर वाराणसी जिला के हैण्डपम्प पर नजर डालल जाय त पता चली कि लगभग बावन हजार में से बावन हैण्डपम्प सही होई आउर बाकि राम भरोसे? चोलापुर के परानापट्टी गांव में एतना दिक्कत होला कि लोग के सरकारी हैण्डपम्प छोड़ के गांव में अमीरन के दरवाजा खटखटावे के पड़ला। कोई भगा देई तो कोई बाल्टी डिब्बा उठा के फंेक देई। एही हाल हव कोटवां के बरकतपुर गांव के जहां के स्वास्थ्य केन्द्र में हैण्डपम्प लगत रहल। ओमे कुछ सामान घट गयल रहल जवने के लेवे खातिर गांव के शाहिद जमाल गइलन तो प्रधान डाट के भगा देहलन। आखिर केकर जिम्मेदारी हव कि गांव के हैण्डपम्प बने आउर गांव के जनता के पानी मिल सके।
पानी बनल अमृत
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