महोबा जिला मे ई समय कोन-कोने में पानी के लाने मारामारी मचत हे। आदमी रात-रात भर कुआं में पानी भरें के लाने इन्तजार करत रहत हे। धूप ओर लू में ओरते पानी के लाने नम्बर लगाये बेठी रहत हे
ब्लाक जैतपुर, गांव मुढ़ारी के दलित हरबाई बताउत हे कि ई गांव के दलित बस्ती में जोन हैण्डपम्प लगे हे। ऊमें पानी नई निकरत हे। एक कुआं हे, लगभग पांच सौ आदमी पानी भरत हें। मोये लड़का की शादी 14 मई खा हती। जीमें सात सौ रूपइया में पानी को टैंकर आओ हतो। केषर, शीला, गयाप्रसाद, सम्भु ओर मन्की बताउत हे कि हम डेढ़ किलोमीटर दूर से पानी बैलगाड़ी ओर फिर साइकिल से भरके लाउत हे। भागवती कहत हे कि पानी के लाने परेषान होत-होत हमाई उमर निकरी जात हे। पानी के कारन हमाये ़के लड़कन की सादी नई होत हे। षिवकुमार बताउत हे कि गांव में टंकी हे कनेक्सन भी लयें हे, पानी नई आउत हे। 20 मिनट के लाने सप्लाई वालो नल आउत हे। हम डेढ़ सौ रूपइया महीना को बिल भरत हे।
प्रधान दिनेष कुमार राजपूत बताउत हे कि गांव में 65 हंैण्डपम्प लगे हे। वाटर लेबल कम होयें के कारन पानी नई निकलत हे। 2002 में लोहिया गांव भओ हतो, तभई टंकी बनी हती। पाइप लाइन बिछवायें को काम आज तक पूरो नई हो पाओ हे। जैतपुर जलकल अभियन्ता एस.सी. चैहान कहत हे कि आबादी ज्यादा होंय के कारन पानी नई पूजत हे। ऊसे पानी बराबर दओ जात हे।