विधान सभा चुनाव मा कउनौ उम्मीदवारन के सउहें बांदा जिला के गोपरा गांव टीबी के बीमारी अउर चित्रकूट जिला के रामपुर गाव के पानी का मुददा नहीं आय। का इ मुददा उम्मीदवारन का नहीं देखात आय?
बांदा जिला के नरैनी ब्लाक का गांव गोपरा जहां तीन साल से कई परिवारन के सदस्य टीबी के बीमारी से परेशान हवैं। पै आज तक पूर्व विधायक भी उनके बारे मा नहीं सोचिस आय। यहै कारन गांव मा बीमारी का प्रकोप बढ़त जात हवै। चुनाव खातिर वोट तौ मांगे जात हवै। बात किसान के सुविधा कर्जा माफ़ी अउर सड़क आदि के करत हवैं। टीबी जइसे ग्म्म्भीर बीमारी गांव मा फइलत जात हवै। या कउनौ उम्मीदवार का नहीं देखात आय।बीमारी शायद उनके खातिर कउनौ मुददा नहीं आय।
यहै हाल मानिकपुर ब्लाक से लगभग आठ किलोमीटर दूर बसा गांव रामपुर जहां पिछले साठ साल से पानी के समस्या बनी हवै। जहां कि छह विधायक बन चुके पै पानी के समस्या आज भी नहीं खत्म भे आय। कहे का तौ पैंतालिस हैंडपम्प लगे हवै पर जल स्तर तीन सो फिट गहराई के बाद भी पानी नही निकलत आय। या कारन पानी के घोर समस्या बनही हवै। रामपुर के पांच हजार मड़ई पीये खातिर पानी ले डेढ़ से तीन किलोमीटर दूर तक जात हवै तबै मिलत हवै। या समस्या गांव मा बारह महीना बनी रहत हवै। पै इ प्यासे मड़इन खातिर कउनौ नेता विधायक पानी के व्यवस्था नही करवा पाइन। सोचै वाली बात या हवै कि जेहिके दम पै विधायक अउर सांसद बन जात हवै उंई जनता का कसत भूल जात हवै। का इ लोगन का गांव के पानी के समस्या गम्भीर नहीं देखात आय। जबै वोट ले का हवै तबहिने जनता याद आवत हवै का। इनतान तौ बसपा वाले कहत हवै कि हमार सरकार नहीं आय तौ कहां से विकास करवाई। का सरकार उनका कुर्सी भर देत हवै? बजट नहीं जउन इंनतान कहत हवै? तौ फेर काहे का विधायक के कुर्सी मा बइठ के का करत हवै? दबदबा देखावै मा तौ पीछे नहीं रहत आहीं कि हमार सरकार नहीं आय? विकास करवाये खातिर दूसरे के सरकार हवै? कबै तक जनता का विधायक परेशान करत रहि हैं जेहिके वोट से कुर्सी मिलत हवैं उनका तौ देखौ।