जिला बांदा, ब्लाक महुआ, गांव मोतियारी। हेंया के गुलबिया का मनसवा दुई साल पहिले कमलेश यादव के टैªक्टर मा दब के मर गा रहै। तबै से गुलबिया नियाव पावैं खातिर कमलेश से कउनौतान मेहनत मजदूरी कइके मुकदमा लड़त है। साथै पांच बच्चन का भरण पोषण करत है।
गुलबिया का कहब है कि जबै मोर छोट लड़की तीन महीना के रहै। गांव का कमलेश यादव मोरे मनसवा का ब्याड़ उखाड़ैं का भवई गांव लेवा गा। हांेआ पता नहीं कसत मोरे मनसवा के मउत होइगे, पै कमलेश हमका सूचना तक न दिहिस। हमका गांव के दूसर दूसर मड़ई बताइन तोरे मनसवा के मउत टैªक्टर से होइगे है। मैं नरैनी गयेंव हांेआ कमलेश कहिस कि थोई चोट आई है। वहिका दवाई करा के घरै भेज दीन गा है। हम घर आय तौ पता चला कि लाश बांदा पोस्टमार्टम खातिर भेज दीन गे है। होंआ कमलेश लाश का लवारिश लिखाये रहै। जबै मैं आपन पांच बच्चा लइके बांदा पहुचेंव तौ पुलिस कमलेश का खूबै डाटिस अउर मारिस कि तै झूठ बोले हा कि लवारिश लाश आय।
यहिके बाद कमलेश कहिस कि मैं दुई लाख यपिया दइहौं। अब दुई लाख रूपिया देब तौ दूर गांव तक छोड़े है। मोर छोट छोट बच्चा बिलखत हैं अउर हर तारीख मा बांदा जाय आवैं का 150 रूपिया खर्चा लागत है, पै अबै तक कउनौ नियाव नहीं मिला।
गुलबिया का वकील मोहम्मद यासीन का कहब है कि वहिका मुकदमा चलत है, पै या अदालत आय। फैसला तौ होई, पै यहिमा कुछ तौ समय लागी।
पांच बच्चन साथै कउनौतान से करत है गुजर गुलबिया
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