देशभर का मड़ई या समय जी. एस. टी. (मतलब) टैक्स का लइके बहुतै परेशान हवै।देशभर का मड़ई या समय जी. एस. टी. (मतलब) टैक्स का लइके बहुतै परेशान हवै।सरकार पता नही का करै वाला हवै। कत्तो जनता सुकून से रहि पई। या यहिनतान एक के बाद एक समस्या पैदा करत रही पहिले सराफा बंदी, नोट बंदी, बुचड़खाना बंदी तौ अब जी. एस. टी. लागू कइ के आम जनता का हिला के रख दिहिस हवै। या समस्या से तौ बुन्देलखण्ड के मड़ई बहुतै परेशान हवै। उई तौ हरतान के मार झेलत हवै। चित्रकूट जिला के छोट अउर बड़े व्यापारी जी. एस. टी. का लइके जघा-जघा धरना अउर जुलूस निकारिन हवै। डी. एम. के साथै बइठक भी करिन हवैं पै कुछ फायदा नहीं भा आय। कर्वी के कुछ लोगन का कहब हवै कि सरकार टैक्स लगा के हम सब का परेशान करत हवै। हर चीज चीज या व्यापरिन अउर जनता से निकालत। शराब जइसे चीज मा टैक्स काहे नहीं लगवाइस जरूरत के चीजें तौ सब टैक्स या मंहगी होइ गई हवैं आम जनता के जरूरत के चीजें मंहगी हवै। बच्चन के पढ़ाई शुरु हवै पै स्कूल के बस्ता बहुतै मंहगे हवै कि गरीब मड़ई तौ खरीद नहीं सकत हवैं। मेहरियन लड़कियन के जरूरत के सामान का मंहगा कइ के सरकार का का मिली?
मंहगा सामान, सस्ता सामान,
1-सोना चादी 1- काजल
2- पैड 2- चूड़ी
3-स्कूल बैग 3- चप्पल
4-शैपू परफ्यूम 4- अगरबत्ती
5-मोबाइल बिल 5-चीनी चाय
6-बीमा कवर 6- काफी दूध
7-रेस्टोरेंट में खाना 7- चावल
8-नोट बुक 8-जानवरन का चारा