गांव मा सरकार लाखों रुपिया खर्च कइके प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनवाइस है पै हेंया रोज डाक्टर नहीं आवत आय, यहै कारन मड़ई तिंदवारी या बांदा मा इलाज खातिर जात हैं।
कौशल मिश्रा का कहब है कि सरकार करोड़न रुपिया अस्पताल बनवावै मा लगाइस है यहै कारन हम चाहित हन कि हेंया रोज डाक्टर बइठै अउर ड्यूटी करै। अस्पताल बंद रहत हवै तौ मरीज बाहर बइठ रहत हैं। सूरज का कहब है कि बूढ़ मड़ई इलाज खातिर जात है तौ डाक्टर वहिका भगा देत हैं। शुभम बताइस कि गोली बस दइ देत है नींकतान दवाई नहीं देत आहीं।
फार्मेसिस्ट विरेन सिंह का कहब है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नवा आय तौ हेंया जांच के कउनौ सुविधा नहीं आय तौ मरीजन का दूसर जघा भेजे का पड़त है।
चिकित्सा अधिकारी डा. धीरेन्द्र सिंह का कहब है कि हमें यहिके जानकारी नहीं आय जांच कीं जई फेर नियम के हिसाब से कारवाही होई।
रिपोर्टर- शिवदेवी