जिला लखनऊ। यहां आशियाना स्थित फिरंगीखेरा की लक्ष्मी 15 फरवरी से गायब थी। जिसकी लाश 25 फरवरी को घर से कुछ ही दूर एक गड्ढे में मिली।
लक्ष्मी की मां रामरती ने बताया, ‘‘मेरी बेटी रुची खण्ड में कोहली के घर में झाड़ू-पोछा का काम करती थी। वहीं सुभाष भी नौकर था। जनवरी में मुझे बेटी ने बताया कि वह गर्भवती है। उसके सुभाष के साथ संबंध हैं। हमने उसके मालिक और पुलिस दोनो से न्याय की गुहार लगाई। सुभाष शादी के लिए तैयार नहीं था।
लेकिन पुलिस ने 8 फरवरी को आर्य समाज में उनकी शादी करा दी। 12 फरवरी को हम विदा करा के ले आए। बेटी ने बताया था कि वहां उसके साथ अच्छा व्यवहार नही किया जाता था। उसे हर रोज़ बासी खाना ही दिया जाता था। 15 को दामाद ने बेटी को अकेले मिलने आने को कहा मेरी बेटी तब भी मुझे बता के गई कि पैसे देने को बुलाया है शाम तक वापस आ जाएगी। मगर वापस आई नहीं। जब दामाद से पूछा तो उसने कहा कि वो यहां आई थी लेकिन कुछ देर बाद ही चली गई। दो दिन तक हम ढूंढते रहे तब जा के 17 फरवरी को हमने सुभाष के खिलाफ केस दर्ज कराया। पुलिस ने उसे नहीं ढूंढा। मेरे पति को ही हर रोज़ पुलिस स्टेशन बुलाकर परेशान करते रहे। 25 फरवरी को किसी कि लाश शनि मंदिर के पीछे होनेे की खबर मिली। पुलिस की लापरवाही के कारण ही मेरी बेटी कि मौत हुई है।’’
पड़ोस के लोगों ने बताया ‘‘बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे तभी उनकी गेंद उस गड्ढे में चली गई। गेंद निकालने के प्रयास में ही उन्हें लाश दिखी। वहीं के लोगों ने 100 नम्बर पर जानकारी दी। और लाश को डाली से ढक दिया गया था जिससे किसी को दिखाई नहीं दी।’’
आशियाना एसओ संतोष तिवारी ने बताया, ‘‘हमने सुभाष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जब लक्ष्मी के पिता मिश्रीलाल ने गुमशुदगी की रिपोर्ट की तो हमने छानबीन की, सीसी टीवी फूटेज चेक की, सुभाष से पूछताछ भी की लेकिन कुछ पता नहीं लग पाया था। लाश मिलने के बाद उसने अपना गुनाह कुबूल किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसकी हत्या गला काट कर हुई है, साथ ही सिर पर दो चोट के भी निशान मिले हंै। लक्ष्मी पांच महिने की गर्भवति थी। सुभाष उससे छुटकारा पाना चाहता था। अभी वह हत्या के केस में जेल में है।
पत्नी से छुटकारा पाने के लिए की हत्या
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