पटना। लगभग हर सरकारी योजना का लाभ उठाने के लिए आजकल छोटे से छोटे गांव में हर किसी को बैंक में खाते की ज़रूरत होती है। हैरानी की बात है कि बिहार में पचास प्रतिशत ग्राम पंचायतों में बैंक की सुविधा पहुंची ही नहीं है।
बिहार में कुल आठ हज़ार चार सौ तिरसठ ग्राम पंचायतें हैं। राज्य के वित्त मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने राज्य स्तरीय बैंकों के साथ पटना में हुई एक मीटिंग के बाद इस बात पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि बिहार के राज्य स्तर के बैंकों ने फैलाव और अपनी पहुंच बढ़ाने में आलस्य दिखाया है और यही कारण है कि इतने सारे गांवों के लोगों का बैंक तक पहुंचने में समय और पैसा बबार्द होता है।
प्रसाद ने बताया कि जहां बाकि के देश में लगभग हर बारह हज़ार की आबादी पर एक बैंक होता है, वहीं बिहार में हर तेइस हज़ार की आबादी पर एक बैंक है। उन्होंने बैंकों को जल्द से जल्द इस स्थिति को सुधारने को और 2015 की स्वतंत्रता दिवस तक बिहार के हर परिवार का खाता खुलाने की कोशिश करने को कहा।
पचास प्रतिशत पंचायतों में बैंक की सुविधा नहीं
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