फैजाबाद मा गन्ना मील बाय तबौ हर साल किसानन कै गन्ना सुखात रहा। जेहमा सबसे बड़ी समस्या बाहरी गन्ना के तौल कै रही। अब वहिं समस्या से निजात मिल गै। बाहरी गन्ना के तौल पै रोक लाग गै।
हर साल गन्ना किसान तौल न हुवय से परे शान रहत रहिन। जेसे गेहूं बोवाई की प्रकिया मा भी देरी हुवत रही। गन्ना छील के रखे से सूख जात रहा लकिन पर्ची नाय आवत रही। जेसे परेषान होइके किसान गन्ना फूंकके प्रदर्षन करत रहिन। मुख्यमंत्री कै पुतला फूंकत रहिन। लकिन अब डी.एम. कै निर्देश बाय कि बाहर के गन्ना कै तौल बन्द कै दीन जाए।
किसानन के पास खुद कै खेती रहते हुए भी सही से नाय कै पावत रहिन। जब समय से खेती होये तबै अच्छी पैदावार हुआथै। तबै खेती कै सही तरीका से लाभ मिलाथै। केतना मेहनत से गन्ना कै खेती किसान कराथिन। अगर ऊ खेत मा सूख जाये तौ गन्ना बोये कवन फायदा होये?
फैजाबाद मा यतना गन्ना रहाथै तौ बाहरी गन्ना कै तौल काहे कीन जाथै? अगर बाहर से गन्ना कै तौल न कीन जाए तौ किसानन का यतनी बड़ी समस्या न झेलै का परे। डी.एम. अनिल ढ़ीगरा द्वारा टीम गठित कीन गै बाय की बाहरी गन्ना तौल पै निगरानी रखी जाए। अगर नियम कै उलंघन न होये तौ किसानन कै गन्ना सूखै से बच जाये। समय से तौल होय जाये तौ हर फसल कै बुवाई भी समय से होय सके।
न होये बाहरी गन्ना कै तौल
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