जिला फैजाबाद, ब्लाक तारुन, कस्बा हैदरगंज। नीलगाय व जंगली सुअर से किसानन कै बढी परेषानी। फसल का करत अहैं बर्वाद।
पूरब पट्टी कै जुग्गीलाल, दुरपता बताइन कि धान के फसल का जंगली जानवर खराब कै दियत अहैं। धान कै पकी फसल मा दौड़-दौड़ कै गिराय के खराब कै दियत अहैं जेसे काफी नुकसान उठावै का पराथै। हर साल कै इहै हाल बाय बाय। इहै हाल गौहानी सराय मनोधर, बलरामपुर जैसे गांव कै बाय।
गौराघाट कै आंखो देखी घटना जहां एक-एक झुण्ड नीलगाय खेत मा दौड़ लगावाथिन। जेसे सारी फसल तहस नहस होय जा थै। धान कै फसल खाय लिया थिन अउर वही मा धमा चैकड़ी मचावा थिन जेसे सारी फसल बर्वाद होय जा थै।
राजविहारी, देवीदीन बताइन कि हमरे सबके खेत बाय। हर साल जंगली गाय फसल बवार्द कै दिया थिन। एक तौ धान लगावै के दिन मा पानी भरै से खराब होय जा थै। जब थोर बहुत होय जा थै तौ नीलगाय अउर बड़ैल से नाय बचत। अरहर कै फसल भी खाय जाथिन।
नीलगाय करत फसल तहस-नहस
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