पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी ने देश से भागने की योजना पिछले साल नवंबर में ही बना ली थी।
25 फरवरी को पंजाब नेशनल बैंक में हुए करीब 11,400 करोड़ रुपए के घोटाले की जांच के लिए बनी नए अधिकारियों की टीम जारी ऋण सम्बंधी कागजातों से जुड़े सवालों का जवाब दिया।
जांच दल से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘नवंबर में जब पीएनबी के ब्रैडी हाउस शाखा में कुछ बदलाव हो रहे थे और नए कर्मचारी गलत लेनदेन से जुड़े मामले को पकड़ रहे थे, उसी दौरान आरोपी ने देश से बाहर जाने की योजना बनाई थी।
एलओयू जारी करने से जुड़े दो वरिष्ठ अधिकारियों ने नवंबर में ही देश छोड़ दिया था और यकीन है कि वो दुबई में हैं। 1 जनवरी को गोकुलनाथ शेट्टी के रिटायरमेंट के बाद नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ने उसी सप्ताह अपने परिवार के साथ देश छोड़ दिया।’
सीबीआई ने 11,300 करोड़ रुपये के पीएनबी धोखाधड़ी मामले में बैंक के प्रबंध निदेशक–सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील मेहता और कार्यकारी निदेशक के।वी। ब्रह्माजी राव से पूछताछ की।
वहीं ईडी ने इस मामले के आरोपी नीरव मोदी के संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई जारी रखी। दोनों अधिकारियों को सीबीआई की मुंबई शाखा ने पूछताछ के लिए बुलाया था और दोनों से आठ घंटे तक पूछताछ की गई।
सीबीआई द्वारा 14 फरवरी को हीरा कारोबारी नीरव मोदी, पत्नी एमी, भाई निशाल, मामा मेहुल चोकसी और उनकी कंपनियों– डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डायमंड के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद यह पहली बार है, जब मेहता और राव से पूछताछ की गई है।
बता दें कि नीरव मोदी व उसका परिवार और मामा चोकसी जनवरी के शुरुआती सप्ताह में देश छोड़कर जा चुके हैं।