देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले को अंजाम देने के मुख्य आरोपी नीरव मोदी की देश-विदेश में स्थित करीब 657 करोड़ रुपये की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने जब्त और कुर्क की हैं।
पीएनबी के हजारों करोड़ रुपये का कर्ज लेकर फरार कारोबारी नीरव के इन प्रॉपर्टी में ज्यूलरी, मकान, बैंक अकाउंट समेत अन्य संपत्तियां शामिल हैं।
पिछले कई महीनों से प्रवर्तन निदेशालय विदेश में नीरव मोदी के प्रॉपर्टी की पहचान और उसे हासिल करने की कोशिश में लगा था और कई देशों के सहयोग से उसे इसमें सफलता मिली ही है।
हांगकांग से नीरव मोदी की 22।69 करोड़ रुपये मूल्य की हीरे जड़ित ज्यूलरी जब्त की गई है जिसे 23 शिपमेंट में भारत लाया गया है। जांच के दौरान यह पाया गया कि नीरव ने जेवरात की एक बड़ी खेप सीबीआई द्वारा एफआईआर दर्ज होने के बाद विदेश भेजी थी। इसे हांगकांग की एक निजी कंपनी के वॉल्ट में रखा गया था।
ईडी ने दक्षिण मुंबई में स्थित नीरव मोदी के एक फ्लैट को भी कुर्क किया है, जिसकी कीमत 19।5 करोड़ रुपये आंकी गई है।
ईडी ने ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में रजिस्टर्ड एक निवेश कंपनी का सिंगापुर का बैंक खाता भी कुर्क किया है। इस कंपनी के मालिक पूर्वी मोदी और मयंक मेहता थे। इस एकाउंट में 61।2 लाख डॉलर (करीब 44 करोड़ रुपये) थे।
ईडी ने नीरव मोदी, पूर्वी मोदी और उनके स्वामित्व वाली कंपनियों के विदेशी बैंकों के पांच खातों जमा कुल 278 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। जांच के दौरान पता चला कि इनमें से ज्यादातर रकम पीएनबी घोटोल की जांच शुरू होने के बाद ही विदेश भेजी गई।
इसी तरह ईडी ने लंदन में करीब 57 करोड़ रुपये कीमत की अचल संपत्ति जब्त की है। यह लंदन के मैरीलेबोन रोड पर स्थित मैराथन हाउस में स्थित एक फ्लैट है। इसे साल 2017 में बल्वेडेयर होल्डिंग्स ग्रुप लिमिटेड द्वारा खरीदा गया था।
यह कंपनी त्रिडेंट ट्रस्ट, सिंगापुर के द्वारा संचालित की जाती है, जिसकी संरक्षक और लाभार्थी नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी है। जांच के दौरान पता चला कि इस प्रॉपर्टी के लिए पैसा पीएनबी घोटाले से हासिल रकम से ही दिया गया है।
ईडी ने अमेरिकी शहर न्यूयॉर्क में भी नीरव मोदी की दो अचल संपत्तियों को जब्त किया है। ये प्रॉपर्टी न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क में हैं और इनकी कीमत करीब 216 करोड़ रुपये है। ये प्रॉपर्टी इथाका ट्रस्ट के नाम पर हैं। इनमें से एक प्रॉपर्टी सेंट्रल पार्क रियल एस्टेट एलएलसी के नाम पर खरीदी गई है।
2018 में इन्हें इथाका ट्रस्ट को ट्रांसफर कर दिया गया। इथाका ट्रस्ट की लाभार्थी नीरव मोदी की पत्नी अमी मोदी और उनके बच्चे हैं। दूसरी प्रॉपर्टी भी साल 2017 में इथाका ट्रस्ट के नाम से खरीदा गया था। इस प्रॉपर्टी को भी पीएनबी घोटाले से हासिल रकम से खरीदा गया।