जनता दल (यूनाइटेड) यानी जेडीयू विधायक दल की बैठक के बाद नीतीश कुमार ने बिहार के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। बिहार के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने नीतीश कुमार का इस्तीफा मंजूर कर लिया। इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि हमने गठबंधन धर्म का पालन किया।
अब बिहार में चार साल बाद बीजेपी की सत्ता में वापसी होगी। महागठबंधन टूटने के बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनेगी। आधी रात के करीब नीतीश कुमार ने राजभवन में राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। नीतीश के साथ भावी डिप्टी सीएम सुशील मोदी, जीतनराम मांझी, ललन यादव, मंडल पांडे मौजूद रहे।
नीतीश ने इस्तीफा देते हुए कहा कि‘महागठबंधन की सरकार को 20 महीने से ज्यादा चलाया। हमने गठबंधन धर्म का पालन किया। निरंतर काम करने की कोशिश की। जितना भी संभव हुआ हमने काम करने की कोशिश की। लेकिन इस बीच में जो चीजें उभर कर सामने आईं। अब उस माहौल मेरे लिए काम करना संभव नहीं है।’
इस अचानक हुए घटनाक्रम के बाद बिहार की राजनीति में अनिश्चितता का माहौल पैदा हो गया है, क्योंकि 243 सदस्यीय विधानसभा में किसी भी दल के पास बहुमत नहीं है। कुमार की जदयू के पास 71 सीटें हैं, जबकि तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद के नेतृत्व वाले राजद के पास 80 सीटें हैं। भाजपा के पास 53 सीटें हैं।