लखनऊ। प्रदेश सरकार ने गौतमबुद्ध नगर से आईएएस अधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल को बहाल कर दिया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने के बाद बाईस सितंबर को निलंबन रद्द हुआ।
दुर्गाशक्ति पर गौतमबुद्ध नगर के कादरपुर गांव में अवैध रूप से बनाई जा रही मस्जिद की दीवार गिरवाने का आरोप था। सरकार का पक्ष था कि इससे इलाके में सांप्रदायिक तनाव भड़क सकता था। उत्तर प्रदेश आईएएस एसेसिएसन और उनके पक्ष में खड़े सामाजिक कार्यकत्ताओं का कहना है कि खनन माफिया के खिलाफ अभियान चलाने के कारण वो राजनीति का शिकार हुई हैं। देखने वाली बात यह भी है कि सरकार खुद मुजफ्फर नगर दंगों के ठीक पहले उत्तर प्रदेश सरकार पर सांप्रदायिक तनाव भड़कने की आशंका होने के बाद भी कोई कदम न उठाने और दंगा भड़कने के बाद भी लगातार लापरवाही बरतने का आरोप झेल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था।
निलंबित आईएएस अधिकारी दुर्गाशक्ति बहाल
पिछला लेख