अयोध्या के तारून हुसैनपुर केवटैहिया और नटैहिया में कोरोना काल में लोगों ने मनरेगा में काम किया था, लेकिन अभी तक उन्हें पैसे नहीं मिले हैं। फर्जी जॉब कार्ड बनाए गए थे और दूसरे के खाते में पैसा आया था, लेकिन लोगों को नहीं मिला। प्रधान जियालाल का कहना है कि उनके प्रधानी में मनरेगा के लिए काम करने के लिए जमीन या तालाब नहीं है, लेकिन कहीं-कहीं चक रोड पर काम हुआ है और लोगों का पैसा दे दिया है, बाकी भूतपूर्व प्रधान के समय का वो जाने।
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