जिला महोबा ब्लॉक जैतपुर, गांव मुढ़ारी। गांव में आबादी के अनुसार पानी की व्यवस्था के लिए 7 हैंडपंप हैं, लेकिन यह सभी हैंडपंप सूखे हैं। इस हालत में 2 किलोमीटर दूर जा कर पानी लाना पड़ता है।
इस गांव में 800 की आबादी वाली दलित बस्ती है। बस्ती की बुजुर्ग महिला, 75 साल की नोनी कहती है कि मुझे पानी के लिए 3 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। ये नहीं होता तब, गांव में एक-एक से पानी मांगना पड़ता है। पिछले महीनें भर से बस्ती का हैंडपंप खराब पड़ा है और मैं अब दूर नहीं जा पाती तो पानी का मुंह देखने भर को तरस गई हूं।
पानी की विकराल होती समस्या के कारण परिवार के काम-काज भी बिगड़ रहे हैं। इस बारे में सुरसती बताती हैं कि पानी की समस्या होने के कारण मेरा लड़का अपने परिवार के साथ बाहर मजदूरी करने चला गया। यहां रहता था तो दिन भर उसे पानी की चिंता लगी रहती थी। पूरे दिन साईकिल से पानी भर-भर कर लाता था।
दलित बस्ती के दीपक कुमार पढ़ाई कर रहे हैं और पानी की दिक्कत की वजह से उनकी पढ़ाई भी नही हो पा रही। इस बारे में उनका कहना है कि दलित बस्ती होने के कारण यहां पानी के टैंकर नहीं आते। गांव की शुरुआत में रह रहे सवर्ण लोग बस्ती तक टैंकर आने ही नहीं देते.
यहां पानी को लेकर भी छुआछूत जारी है. इस बारे में कुलपहाड़ जलकर विभाग में लिखित दरखास्त भी दी है।
रिपोर्टर – श्यामकली