प्रदेश कै योगी सरकारअयोध्या-फैजाबाद जुड़वाँ शहर का नगर निगम बनावै कै घोषणा करिन जेसे मनइन मा ख़ुशी कै लहर दौड़ गए बाय की हमरे यहां के गली मोहल्ला सड़क कै हालत बदले। शहर कै विकास होय पाये की नाय ई तौ आवै वाला वक्त बताये लकिन नगर निगम जवन हाउस टैक्स, वाटर टैक्स तय करै जात बाय वसे आम जनता का परेशानी हुवय वाली बाय जेसे मनइन कै मांग बाय कि पहिले मनइन का रोजगार दिया जाय। नाहीं तौ गरीब आदमी हाउस अउर पानी कै बिल कैसे जमा कै पाये।
वेदप्रकास गुप्ता अयोध्या विधानसभा कै विधायक कै कहब बाय की केंद्र अउर प्रदेश कै योजना नगर निगम के माध्यम से आये। नगर पालिकाओं का योजना कै ज्यादा लाभ नाय मिलत। नगर निगम मा ज्यादा संसाधन बाय व्यवस्था ज्यादा बाय। सब सुबिधा कै लाभ मिले नगर पालिका से ज्यादा विकास कै काम पूरा नाय होय पावत रहा।
जगदीश प्रसाद जायसवाल फैजाबाद कै कहब बाय की देश कै विकास हुवय, किसानन का लाभ मिलै तबै आगे बढ़ा जाय सकाथै। किसान रोवत अहैं समय पै खेती किसानी ने होय पावत बाय। कबहूँ सूखा तौ कबहूँ बाढ़ से परेशान अहैं।
जुबेर अहमद गांव घोसियाना कै कहब बाय कि प्रधान के कोटा मा बहुत कम बजट आवाथै। पूरे ग्राम सभा मा एक सफाईकर्मी हुआथै जेहमा कमसे कम पांच हजार आबादी हुआथै। अब एकै तुलना नगर पालिका से कै लिया एक मोहल्ला के दुई हजार के आबादी मा कम से कम दस सफाई कर्मी कै न्युक्ति हुआथै।
पर नगर निगम बनै कै ख़ुशी प्रधान का कहे नाय बाय?
प्रधान प्रतिनिधि शंकरजीत गांव घोसियाना कै कहब बाय कि नगर-निगम सिर्फ सपना आय। सपना देखावै चाहाथिन कि हम नगर निगम कइके बहुत विकास कै लियब। महानगर निगम लखनऊ अउर बनारस जहां मनई गंदगी से आज भी जुझत अहैं। हमरे गांव कै मनई खुद स्वछता अभियान चलायके भारत सरकार द्वारा जवन पैसा आवाथै वसे गाँव स्वच्छ अउर सुन्दर बनाय सकाथिन। अउर बनाये भी अहैं। येहि बार भी आपन गांव ओडिएफ करवायके स्वच्छ गांव घोषित करै कै प्रयास करब। हमरे सबका नगर निगम से कउनौ फायदा नाय बाय।
पूजा सहायक आयुक्त फैजाबाद कै कहब बाय कि अबहीं जवन नगर निगम घोषित कीनगा बाय वहमा कउनौ नाम विच्छेद नाय कीन गा बाय। सिर्फ दुइनौ नगर पालिका का जोड़के नगरनिगम बना बाय। तौ अबहीं ग्राम प्रधान का आपत्ति कै कउनौ मतलब नाय बाय काहे से केहू भी प्रधान का कउनौ भी एरिया अबहीं लिया नाय गा बाय।
रिपोर्टर- संगीता
Published on Aug 18, 2017