नया साल आते ही शहरों में लोग बात करते हैं नए संकल्पों और वादों की। अपने नए साल को बेहतर बनाने के लिए अपने से ही कुछ नए वादे करें। मैं वादा करती हूं इस साल वजन घटाउँगी, मैं वादा करता हूं इस साल कम शराब पियूंगा या फिर मैं वादा करता हूं इस साल जमकर पढ़ाई करूंगा। अब 31 दिसंबर को पिछले साल के वादे किसे याद रहते हैं? सब नए वादे बनाने में जुट जाते हैं। हमने सोचा कि इस साल हम सिर्फ अपने लिए ही नहीं, अपने नेताओं के लिए भी वादे बनाएंगे।
शुरू करते हैं अपने प्रधान मंत्री से। मोदी जी, आप इतना ज्यादा विदेश के चक्कर लगाते हैं कि हमें आपकी याद सताने लगती है। कभी बुंदेलखंड का भी चक्कर लगाइए। आपको हमारी तरफ से निमंत्रण है।
अब अपने राज्य के मुख्य मंत्री की मदद करें 2016 के लिए। उत्तर प्रदेश को आधुनिक बनाने वाले अखिलेश यादव जी, इस साल आप नोएडा की यात्रा जरूर करें। 2017 दूर नहीं। हो सकता है नोएडा से जुड़े अंधविश्वास को आप झूठा साबित कर दें। आपकी मॉडर्न छवि के साथ अंधविश्वास जमता नहीं है, यादव साहब।
नेताजी, अपने मुलायम सिंह जी, आप 2016 में अपने जन्मदिन के मौके पर केक कम खाएं। और जल्दी ही दांतों की जांच भी करा लें। इतना केक खाने के बाद उनकी हालत खस्ता हो गई होगी।
फैजाबाद के सांसद लल्लू सिंह जी, इस साल अपने गोद लिए हुए गाँव का सही नाम और सही पता जान लें, कहीं आप भटक न जाएं। भटकते हुए अगर उस गाँव तक पहुँच गए तो जनता का गुस्सा सहन नहीं होगा।
प्रधान पतियों, हम 2016 में पहुँच गए हैं। औरतें चाँद और अंतरिक्ष की यात्रा खुद कर आई हैं। आप कम से कम महिला प्राधानों को अपना नाम खुद लेने दें और उनके काम में दखल देना बंद करें। वो आपके बिना बहुत विकास कर सकती हैं।
लेखपालों, साल भर गुजर गया। बारिश, सूखा- सबकी मार आपके राज्य के खेत झेल चुके हैं। आप भी देखकर आएं कि ये खेत आखिर दिखते कैसे हैं !
उम्मीद है इन वादों से आपको थोड़ा अंदाजा मिला होगा लोगों की उम्मीद का। बुरा न मानें, नया साल है। आपका भी आने वाला साल खुशहाल हो।