जिला वाराणसी, ब्लाक चोलापुर और चिरईगांव, गांव मुस्तफाबाद, सिवो, जगदीषपुर और धरसौना। धान की खेती के लिए बोना, रोपाई, कटाई और ढोवाई और यहां तक कि भूंसा ढोने का काम महिलाएं करती हैं।
कलावती, सेचन, कांती, सुनीता, प्रमिला का कहना है कि हम सुबह चार बजे उठकर खाना बनाकर बच्चों को स्कूल भेजते हैं। फिर सात बजे से खेत जाते हैं। पानी में रोपाई करने से हमारे पैरों की उंगूलियां सिकुड़ जाती हैं। लेकिन इतनी मेहनत करने के बावजूद खेती में कभी कहीं भी हम औरतों का नाम नहीं आता है।
धान की खेती करती महिलाएं
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