एक के बाद एक धरना बुन्देलखण्ड के हर जिलन मा शुरू हवैं। अब आगनबाड़ी कार्य कर्ता आपन मांगन का लइके 18 सितम्बर से धरना प्रदर्शन करै मा लाग हवैं। आगनबाड़ी कार्यकर्ता का कहब हवै कि सरकार हमार वेतन बढ़ावै अउर मेडिकल के सुविधा मिलै का चाही। सरकार हमेशा हम जइसे गरीबन पेट कटै मा लाग रहत हवै। ऐलान करत हवै बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ पै हमरे बारे मा कुछ सोचत काहे नहीं आय?
चित्रकूट जिला के रहै वाली दुर्गा का कहब हवै कि मैं दसन साल से आगनबाड़ी कार्यकर्ता हौं। पै आज तक वेतन नाम खातिर मिलत हवै अउर काम तौ येत्ता मिलत हवैं कि हम सेन्टर मा भी नहीं पहुंच पइत।वहौ मा हमरे खिलाफ गांव वाले सेन्टर ना आबै का आरोप लगा देत हवैं। आखिर सरकार का चाहत हवै।मिनी आगनबाड़ी खोलै के बात करत हवै पै जउन सेन्टर मा सुविधा नहीं आय हुंआ खातिर कुछौ ध्यान सरकार का नहीं आय।हमार डियूटी तौ हर जघा लगा दीन जात हवै बिना हमसे पूछे या कारन ना हम बच्चन का पढ़ा पई ना आपन कुछ काम कई पाई? पैंतिस सौ रुपिया मा आखिर सरकार का का काम हम से करवावै चाहत हवै? हमरे सुविधा खातिर काहे नहीं सोचत आहीं। अब हम हूं ठान लीने हन कि हमार मांग जब तक पूर ना होइ हम धरना प्रदर्शन न खतम करवै चाहे जउन करै का sपड़ै सरकार काहे नहीं सोचत आय?सरकार आखिर चाहत का हवै कुछ तौ बोलै।
धरना धरना धरना आखिर कबै तक होइ
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