उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के एक बोर्डिंग स्कूल में दसवीं की छात्रा के साथ 4 स्कूल के ही छात्रों ने सामूहिक बलात्कार किया। छात्रा जब गर्भवती हुई तो स्कूल प्रशासन मामले को रफादफा करने में जुट गया। छात्रा के परिजनों को पता चलने पर पुलिस हरकत में आई।
शुरूआती जांच के बाद पुलिस ने स्कूल की निदेशक, प्रधानाचार्य सहित पांच लोगों को गिरफ्तार करने के साथ ही दुराचार के आरोपी चारों नाबालिग छात्रों को भी हिरासत में ले लिया और आरोपियों के खिलाफ दुराचार, साक्ष्य छुपाने और पोक्सो एक्ट में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस के अनुसार 14 अगस्त को छात्रा को उसकी कक्षा के एक छात्र ने कहा कि कालेज परिसर के पीछे वनस्पति विज्ञान के सर उसे बुला रहे हैं। इस पर छात्रा उसके साथ चली गई। जहां सुनसान स्थल पर चार छात्रों ने उससे बलात्कार किया। छात्रों ने पीड़िता को धमकी दी कि किसी को बताया तो जान से मार देंगे। इसके बाद छात्रा जब हॉस्टल पहुंची तो उसने आया को आप बीती सुनाई।
आया ने स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी की पत्नी को जानकारी दी। प्रशासनिक अधिकारी की पत्नी ने अपने पति को और प्रशासनिक अधिकारी ने प्रधानाचार्य और निदेशक को मामले की जानकारी दी। इसके बाद सभी ने छात्रा से किसी से भी कुछ न बताने की धमकी देते हुए कहा कि अगर उसने मुंह खोला तो उसको स्कूल से निकाल दिया जाएगा। इस पर छात्रा चुप हो गई। लेकिन छात्रा को गर्भवती होने का अहसास होने लगा तो उसने स्कूल प्रशासन को जानकारी दी। जिस पर स्कूल प्रशासन उसे देहरादून स्थित एक अस्पताल में गर्भपात के लिए ले गया।