असम और त्रिपुरा। नौ चरणों वाले लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 7 अप्रैल को पूर्वोत्तर भारत के असम और त्रिपुरा राज्यों में कुल छह सीटों के लिए मतदान शांतिपूर्ण रहा।
असम में पिछत्तर प्रतिशत और त्रिपुरा में चैरासी प्रतिशत मतदान किया गया। इस मतदान से असम में तेजपुर कोलियाबोर, जोरहाट, डिब्रूगढ़ और लखीमपुर लोकसभा क्षेत्रों की पांच सीटों के इक्यावन उम्मीदवारों का भविष्य निश्चित हो गया। इनमें पांच महिलाएं भी शामिल हैं। असम के लगभग पैंसठ लाख मतदाताओं के लिए 8,588 मतदान केंद्र बनाए गए थे। यहां 12 अप्रैल को दूसरे चरण के तहत तीन सीटों पर वोट डाले जाएंगे।
असम में पिछले साल उन्हत्तर प्रतिशत के करीब मतदान हुआ था। त्रिपुरा में लोकसभा की दो सीटें हैं। दूसरी सीट का मतदान 12 अप्रैल को ही होगा।
दिल्ली में चुनावों पर चर्चा
नई दिल्ली। 6 अप्रैल को ‘नोमोर अभियान’ ने दिल्ली में चुनाव पर चर्चा और कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें कई सामाजिक कार्यकर्ता, वरिष्ठ पत्रकारों और प्रोफेसरों ने अपनी बात रखी। चर्चा में वकील तीस्ता सीतलवाड़ ने 2002 के गुजरात दंगों पर बात की और बताया कैसे गुतरात में दरअसल केवल अमीर लोगों का विकास हो रहा और ग्रामीण इलाकों में स्थिति बहुत बुरी है।
कई और लोगों ने भाजपा और मोदी की राजनीति पर सवाल उठाए। ‘नोमोर अभियान’ किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा नहीं है पर मोदी और उनकी राजनीति के खिलाफ चलाया जाने वाला स्वतंत्र अभियान है। नई दिल्ली में 10 अप्रैल को सात सीटों के लिए चुनाव हुआ।