इस वर्ष देश में 1000 से ज्यादा स्टार्टअप्स(छोटे उद्योगों की शुरुआत) शुरू हुए हैं। जिसने दुनिया में भारत की स्थिति को मजबूत किया है और आर्थिक रूप से भारत को तीसरे स्थान पर ला दिया है।
नैस्कॉम, जो भारत के सूचना प्रौद्योगिकी तथा बीपीओ का एक व्यापारिक संघ है, कि एक रिपोर्ट के अनुसार, इसके साथ ही तकनीकी स्टार्टअप की संख्या 5,200 हो जाती है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत दुनिया के उन देशों में शुमार हो गया है जहां स्टार्टअप्स तेजी से और ज्यादा संख्या में शुरू हो रहे हैं। ऐसे में हर प्रमुख ऐक्सेलरैटर (उत्प्रेरक), इन्वेस्टर(विनियोजक) और एंजल ग्रुप इस विकास की यात्रा का हिस्सा बनना चाहता है।
नैस्कॉम के चेयरमैन और क्वात्रो ग्लोबल सर्विस के सीईओ एवं एमडी रमन रॉय ने बताया, “आज भारत के पारिस्थितिकी में नए नए विचारों की भरमार है और जिन्हें इस संर्दभ में नए चैनल और मार्गदर्शन, चयनित करना और पैसा मिलने की दरकार है।”
इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि बी2बी विभाग में करीब 40 फीसद स्टार्टअप्स की बात करें तो कुल टेक स्टार्टअप की हिस्सेदारी में से बी2बी की हिस्सेदारी सिर्फ 30% है।