बिजली के सामान बनाने वाली देश की प्रमुख कंपनी एलजी के सर्वे के अनुसार चंडीगढ़ के लोग देश में सबसे ज्यादा खुश रहने वाले लोग हैं। सूची में दूसरे शहर के तौर पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ है। सर्वे ने असम की राजधानी गुवाहाटी के लोगों को सबसे कम खुश रहने वाले लोग बताया है।
एलजी इंडिया की तरफ से किया गया सर्वेक्षण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुश रहने वाले देशों के सर्वेक्षण से काफी अलग तस्वीर पेश करता है। विश्व खुशहाली सर्वेक्षण के अप्रैल 2015 में जारी आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा खुश रहने वाले 158 देशों में भारत का स्थान 117वां था।
पाकिस्तान, बांग्लादेश, इराक, फिलिस्तीन जैसे आंतकवाद प्रभावित देश के लोग भी भारत से ज्यादा खुश रहने वालों में थे। लेकिन एलजी का सर्वे भयंकर गर्मी व प्रदूषण और महिला सुरक्षा की तमाम समस्याओं के बावजूद दिल्ली वालों को सबसे खुश रहने वाले लोगों में बता रहा है।
यह भी ध्यान देने योग्य बात है कि आम तौर पर ज्यादा शांत व बेहतर जीवन स्तर वाले दक्षिण राज्यों के लोगों के मुकाबले उत्तर भारत के लोग ज्यादा खुश रहते हैं। सर्वे ने चंडीगढ़ को पहला, लखनऊ को दूसरा और दिल्ली को तीसरा स्थान दिया है।
भारतीयों की खुशी को मापने के लिए पांच स्तरीय पैमाना बनाया गया है। इसमें सबसे पहला व्यक्ति की सोच, मकसद, आपातकालीन स्थिति की तैयारी, नए तरह के उत्पादों तक पहुंच को रखा गया है। दूसरा, उसकी जीवन की प्रगति, वित्तीय हालात, संपत्तियां, अवसर, शारीरिक स्थिति आदि को सम्मिलित तौर पर रखा गया है। तीसरे स्थान पर खुशी जैसे कुछ करने की आजादी, परिवारों के साथ समय व्यतीत करने को रखा गया है। चौथा, व्यक्ति के समाज के साथ रिश्ते, किसी काम के प्रति उसकी लगन आदि को रखा गया है। पांचवा, व्यक्ति के आस पास का समाज व आर्थिक वातावरण है जो इंसान की जिंदगी को काफी प्रभावित करते हैं। चंडीगढ़, दिल्ली और लखनऊ के लोगों ने परिवार के साथ ज्यादा समय व्यतीत करने को अपनी खुशी की सबसे बड़ी वजह बताई है।
सबसे खुश रहने वाले पांच शहर
चंडीगढ़
लखनऊ
दिल्ली
चेन्नई
बेंगलुरु
सबसे कम खुश रहने वाले पांच शहर
गुवाहाटी
मुंबई
जयपुर
कोच्चि
हैदराबाद