जिला चित्रकूट, ब्लाक मऊ, गांव सुरौंधा। हिंया पानी के टंकी सन् 2008 से बनी हवै, पै अबै तक पानी के सप्लाई नहीं होत आय। यहै से पानी के समस्या का सैकड़न मड़ई झेलत हवैं।
या समस्या का लइके खबर लहरिया पत्रकार परियोजना प्रबन्धक जल निगम इकाई के सहायक अभियन्ता डी.एम. तिवारी से बात करिन। उनकर कहब हवै कि अगर इनतान के समस्या आय तौ हुंवा जा के जांच कीन जई।
गांव के इन्द्रपाल अउर रामसलोने प्रधान रामसजीवन का कहब हवै कि हम सप्लाई नल लगवाये हन। वहिमा पानी कत्तौ नहीं आवत आय। हर काम मा पानी लागत हवै। पियै खातिर पानी हैण्डपम्प से लें आधा किलो मीटर दूर सड़क के किनारे जाये का परत हवै। मड़ई तौ कउनौतान पानी लइ आवत हवै, पै जानरवन का पियासे रहै का परत हवै। पियासा जानवर हिंया-हुंवा भटकत फिरत हवै। काहे से कि जानवर का दुइ बाल्टी पानी पियै मा लागत हवै। अगर टंकी से पानी सप्लाई होय लागै तौ नींक हवै।