20 मार्च की रात दो बजे ललितपुर जिले के महर्रा गांव में चतुर विश्वकर्मा ने अपने ही समधी हरिप्रसाद विश्वकर्मा की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी है। चतुर विश्वकर्मा का आरोप है कि समधी और दामाद ने जमीन के सारे पैसे हड़प लिए है इस कारण उसने ऐसा कदम उठाया है। सीओ हिमाशुं गौरव का कहना है कि चतुर विश्वकर्मा की पत्नी से साठ-गांठ करके दामाद और समधी ने पैसे निकलवा लिए थे और चतुर विश्वकर्मा को प्रताड़ित करते थे। इसलिए उसने हत्या कर गई है। धारा 302 के तहत मुकदमा लिख के अपराधी को पकड़ लिया गया है।
चतुर विश्वकर्मा का कहना है कि हमारे पैसे निकलवा लिया और पता भी नहीं चला। मांगने पर जब पैसे नहीं दिए तो हत्या कर दी है।
मृतक की बहु जन्नत और राधा का कहना है कि कुल्हाड़ी बाहर रखी थी, जब सब लोग सो गयें हैं, तब कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी है। पहले बताया कि दादा ने खून की उल्टी कर दी है जब पास जाकर देखा तो कटे पड़े थे। हमने कोई जमीन-जायजाद नहीं ली है।जो दिया है अपनी लड़की और दामाद को दिया है।
रिपोर्टर- सुषमा