ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब परिवारों के लिए सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना चला रही है, जिसका लाभ ऐसे गरीब परिवारों को मिलता है, जो जुग्गियों में निवास करते हैं। ऐसे भी कुछ गरीब परिवार ललितपुर जिले के महरौनी ब्लाक, गांव समोगर में टीन के नीचे गुजारा कर रहे हैं। लोगों के अनुसार पात्रता सूची में नाम होने के बाद भी आवास नहीं मिले।
गंगा का कहना है कि लगभग सात साल हो गया है टीन के नीचे रहते हुए।आवास के लिए प्रधान से कहते हैं तो प्रधान कहता है कि अपनी मजदूरी से बनवा लों। और स्थिति ऐसी है कि दिन भर के पेट के लिए हो जाए तो बहुत अच्छा है। भूरी ने बताया कि बरसात में बहुत दिक्कत होती है। कच्चे घरों में बच्चों व रिश्तेदारों को बैठने के लिए जगह नहीं है। प्रेमबाई का कहना है कि पिछले साल पेर टूट गया है तो अपने से पैसा लगाकर इलाज करवाया है। अब आवास के लिए पैसा कहाँ से आये। श्रीराम प्रजापति ने बताया कि तीन भाई हैं तो माता पिता के साथ बाहर गये थे। प्रधान से आवास बनवाने के लिए कहते हैं तो कहता है कि तुम तीन भाई हो अपने से बनवा लो। तुम गरीबों की श्रेणी में नहीं आते हो। तुम ज्यादा लोग हो और खेती और मेहनत कर लेते हो इसी लिए आवास नहीं देता है। प्रधान हरिगोविन्द राय का कहना है कि हमारे गांव में बाईस आवास बन चुके हैं, और खाली अनुसूचित जाति के बनें हैं। जिन लोगों का 2011 कि लिस्ट में नाम है और वो पात्र हैं तो आवास उन्हीं के बनने हैं। उनका पैसा भी आने वाला है अगले महीने तक काम चालू हो जायेगा।
विकास खंड अधिकारी का कहना है कि महरौनी ब्लाक में 874 आवास आये थे। जिसमें से 720 बन चुके हैं। बांकी बन रहे हैं। जितने लोग छूटे हैं उनको जाँच करने के बाद आवास दिया जायेगा।
रिपोर्टर: सुषमा
Published on May 3, 2018