जिला वाराणसी, काशी विश्वनाथ। सावन के महीना में देश के अलग अलग जगह से श्रद्धालू कावरिया उठा के बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी में बोल बम के नारा लगावत लगावतत आवलन। कुछ लोग तीस किलोमीटर पैदल चल के आवलन त कुछ लोग बीस किलोमीटर से पैदल चल के आवलन। कुछ लोग साधन से भी आवलन।
कावरिया उठा के आवे वाले में से चन्दौली के विकास परवेश, राजू, ओमप्रकाश के कहब हव कि केहू चन्दौली से त केहू खुच्छी से आएल हई। हमने एक गाव से करीब सत्तरह लोग आएल हई। हमने तीस किलोमीटर पैदल चल के काशी विश्वनाथ के दर्शन करे आएल हई। हमने कुछ लोग काम करीला त कुछ लोग पढ़ाई करीला।
चन्दौली के परवेश के कहब हव कि हम मुम्बई में रह के काम करीला। लेकिन सावन के महीना में बोल बम में जाए खातिर के काम धन्धा छोड़ के पन्द्रह दिन पहिले चल आइला। फिर कावरिया बनाइला। ओकरे बाद हमने कावरिया उठावल जाला। हमने अपने मन से कावरिया भोले बाबा के दर्शन करल जाला।
चन्दौली से आएल कुछ लोग बतावलन कि हमने केहू तीन साल से, केहू चार साल से त केहू सात साल से कावरिया उठावत हई। जब हमने घर से कावरिया उठा के चलीला त अपने खाए पिए के व्यवस्था खुद करीला।
बनारस में कावरिया के व्यवस्था के बारे में चिकित्सा अधिकारी डाक्टर एस. पी. तिवारी के कहब हव किजब सावन के मेला आवला त हमने अलग से तैयारी करीला। गंगा में घाट के किनारे जगह जगह बैरिंग लगवा देवल जाला ताकि श्रद्धालु बैरिंग के उस पार नहाए धोए ना जाए। साफ सफाई के व्यवस्था करवावल जाला।
दुर दूर तक गूंजला बोल बम के नारा
पिछला लेख