दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए हैप्पीनेस–कैरिकुलम(ख़ुशी के लिए पाठ्यक्रम) शुरू करेगी।
ये पाठ्यक्रम अगले शिक्षा–सत्र से दिल्ली सरकार के सभी सरकारी स्कूलों में लागू होगा। इसके तहत नर्सरी से आठवीं कक्षा तक की हर कक्षा में रोजाना एक घंटा ख़ुशी से जुड़ा विषय होगा।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री और उप–मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को इसकी घोषणा करते हुए बताया कि दिल्ली सरकार का शिक्षा विभाग जोर–शोर से इसकी तैयारियों में लगा हुआ है। इसके लिए प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों की एक टीम लगातार राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस दिशा में हो रहे कार्यक्रमों पर शोध कर रही है।
दुनिया के कई विश्वविद्यालयों ने स्कूलों में हैप्पीनेस कैरिकुलम पर शोध किया है। दुनिया के कई देशों में स्कूलों में अलग–अलग तरह से ये पाठ्यक्रम लागू भी किया गया है।
शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार विशेषज्ञों से, जिसमें दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षक भी शामिल हैं, इसका पूरा खाका तैयार करवा रही है। यह पाठ्यक्रम पूरी तरह गतिविधियों पर आधारित होगा और इसकी कोई औपचारिक लिखित परीक्षा नहीं होगी। लेकिन अन्य विषयों की तरह समय–समय पर इसका मूल्यांकन हर एक बच्चे की ख़ुशी अनुक्रमणिका के माध्यम से किया जाएगा।