जिला बांदा, ब्लाक बड़ोखर खुर्द, गांव लामा अउर तिन्दवारी ब्लाक का गांव बम्बिया। इं दूनौ गांवन के मेहरिया मनसवन के दारू पियैं से तगं आ के कउनौ मइके मा रहत है, तौ कउनौ थाना मा नियाव के गोहार लगावत है।
लामा गांव के सावित्री कहत है-“मोर शादी चार साल पहिले बड़ोखर खुर्द ब्लाक के गांव तिन्दवारा मा रहै वाले बच्चू के साथै भे रह। मैं दुई साल तक ससुरे मा रहिंव। मनसवा दारू पी के नशा के आड़ से मोरे साथै खूबै मारपीट करिस। बात बात मा गाली गलौज करब वहिके खातिर आम बात होई गे रहै। मोहिका खाना नहीं देत रहै। कतौ चोरी छिपे खात देख ले तौ टाठी मा पेशाब कई देत रहै। कहत रहै कि यहै खाना खा। यहिके मारपीट अउर रोज के प्रताड़ना से मोर तबियत खराब होइगे। मैं आपन बाप का बुला के मइके चली आईंव। मोर बाप का भी मारैं के धमकी दिहिस। अब मैं दुई साल से मइके मा रहत हौं। अगर वा आपन आदत न सुधारी तौ कोर्ट कचहरी करिहौं।
बच्चू कहत है कि सावित्री पुरान बातैं भूल जाय। आपन घर मा आ के रहै। मैं अब न दारू पी हौं न ही मारपीट करिहौं। मोहिका अपने करे का पछतावा है।
यहिनतान बम्बिया के बिन्दी बतावत है कि मोर मनसवा बहुतै दारू पीयत है अउर मारपीट करत है। या समस्या से जूझत अट्ठारह साल बीत गे। यहिनतान 5 नवम्बर 2013 का मनसवा डंडा से मारिस तबै मैं आपन जान बचा के रात भर दूसरे के घर मा रहिंव। जबै सुबेरा भा तौ चिल्ला थाना मा रपट लिखावंै गईंव तौ कारवाही का कउनौ पता निहाय। मनसवा रामपाल कहत है कि दारू के नशा मा मार दीने हौं, पै अब न मरिहांै।
चिल्ला थाना का दरोगा पंकज पाण्डेय कहत है कि हमरे पास दरखास आई है। अब गांव जइबे अउर दूनौ का समझौता करा देबे। अगर दुबारा इनतान के शिकायत मिली तौ कारवाही कीन जई।
31 अक्टूबर 2013 का बांदा शहर मा आर.टी.ओ. विभाग के सउहें का अतिक्रमण बुल्डोजर लगा के नगर पालिका विभाग वाले हटाइन हैं। जेहिमा लोगन कि दुकानै अउर पानी वाली टंकी के तोड़ फोड़ भे है।
टाइपिंग का काम करैं वाला राहुल अउर ठेलिया लगावैं वाला राम चन्द्र बतावत है कि हम लोग लगभग सात साल से आर.टी.ओ. विभाग के पास टाइपिंग अउर ठेलिया लगावैं का काम करत हन। बीस साल से पानी के टंकी बनी रहै। वा पानी के टंकी मा रोडवेज बस स्टाप से लइके घोड़ा चैराहा तक के रहै वाले मड़ई अउर यात्रिन का खर्च अउर पियैं खातिर पानी मिलत रहै। अतिक्रमण मा टंकी टूट गे है तौ पानी के अब बहुतै दिक्कत है। एस.डी.एम. अउर नगर पालिका वाले हैण्डपम्प लगवावै तबै परेशानी दूर होई। एस.डी.एम. उमाकांत त्रिपाठी अउर तहसीलदार चन्द्रभानू सिंह कहिन कि या मामला मा नगर पालिका जानै। हम कुछ नहीं बता सकत आहिन।