महोबा शहर, हमीरपुर चुंगी, काशीराम कालोनी। एते की किरन नाम की ओरत की शादी पांच साल पेहले धरम के साथे भई हती। ससुराल वालेन ने दहेज के लाने मार के घर से निकार दओ हे।
किरन के बाप बौरा ने बताओ कि हम कुचबांधी जात के हंे। मेंने अपने बिटिया की शादी चार साल पेहले महोबा कस्बा के आलमपुरा मोहल्ला में धरम के साथे करी हती। मेने हैसियत से ज्यादा दहेज दओ हतो। पे ससुराल वाले एक मोटर साइकिल ओर आधा किलो चांदी मांगत हे। नई दओ तो मारपीट करत हें। मोय चार लड़का बिटिया हें। में छुहारा, कांच के गिलास बेंच के आपन परिवार पालत हो। इत्तो सामान में कहां से पाहों। 5 नवम्बर 2013 खा ससुर बौरा ओर दमाद धरम रात 9 बजे छह आदमियन खा लिवा के आओ, किरन ओर हमाये परिवार खा मार के भाग गये। एई से हमने न्याय पाये खा महोबा कोतवाली में दरखास दई हे। धरम के चचेरी बहन शकुन्तला ने बताओ कि जित्तो दहेज हतो ऊ सब अपने मताई बाप खा दे दओ हे। किरन भी मताई बाप के एते रहत हे। अगर ऊखों आदमी लिवाउन जात हे तो ऊ मारत हे ओर गाली गलौज् कर भगा देत हे। धरम ने ऊखे नई मारो हे। कोतवाली के एस. आई भास्कर मिश्रा ने बताओ कि ऊ दोनऊ आपस को झगड़ा हतो। ऊखें आदमी खा बुला के आपस में समझौता करा दओ हे।
दहेज के लाने करत मारपीट
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