जिला बांदा। दहेज के कारन ससुराल वाले दुई गर्भवती मेहरियन का मिट्टी का तेल डाल के जिन्दा जला दिहिन। पहिला मामला बबेरू ब्लाक का है अउर दूसर तिन्दवारी ब्लाक के पपरेन्दा गांव का है।
बबेरू ब्लाक, सिमौनी गांव के सोनिया बताइस-“मंै आपन लड़की गुडि़या के शादी बबेरू के छाबन तालाब मोहल्ला के अवधेश साथै तीन साल पाहिले करे रहौं। दहेज मा अवधेश़ मोटर साइिकल मांगत रहै। मांग पूरी न होय से 9 महीना के गर्भवती गुडि़या का दहेज लोभी ससुराल वाले 22 अगस्त 2014 का तड़पा-तड़पा के मारिन अउर बाद मा मिट्टी का तेल डाल के जिन्दा जला दिहिन। घटना के दिन मैं बबेरू कोतवाली रपट लिखावैं गइंव, पै पुलिस रपट नहीं लिखिस आय।”
गुडि़या के सास रानी कहिस कि गुडि़या खुदै आगी लगाइस है। घटना के समय हम सब जने घर मा नहीं रहे हन। मोहल्ला से हमैं भी पता चला है। बबेरू थाना के मुंशी उमाकान्त गौतम बताइन-“गुडि़या के लड़ाई आपन महतारी सोनिया से भे रहै। यहै से वा खुदै आगी लगाइस है। मइके पक्ष से कउनौ परट लिखावैं नहीं आवा।”
दूसर घटना तिन्दवारी ब्लाक के पपरेन्दा गांव के है। यहै ब्लाक के गांव बेंदाघाट का सुरेन्द्र सिंह बतावत हंै-“मैं आपन लड़की लबली देवी के शादी 2013 मा अनिरूद्ध के साथै करे रहौं। ससुरे वाले दहेज मा ढ़ाई लाख रूपिया मांगत रहैं। मैं यतना दहेज न दई पायेंव तौ लड़की के साथै बहुतै मारपीट करत रहैं। लबली देवी तीन महीना से गर्भवती रहै। 22 अगस्त 2014 का निरदई ससुराल वाले मिट्टी का तेल डाल के जला के मार डालिन हैं। चिल्ला थाना मा रपट लिखावा है।” अनिरूद्ध बताइस-“मैं लबली देवी का कतौ नहीं मारत रहौं। दहेज भी नहीं मांगे हौं। वा खुदै आगी लगाइस है। मोहिका झूठै फंसावत हैं।”
चिल्ला थाना एस.ओ. आर.बी. सिंह बताइन कि मुकदमा लिख गा है। जेहिमा धारा 498ए (दहेज प्रताड़ना) 304बी (शादी होय के सात साल के भीतर दहेज हत्या) अउर 3/4 (दहेज प्रतिशेध अधिनियम) लाग हैं। 25 अगस्त 2014 का अनिरूद्ध का जेल भेज दीन गा है।
दहेज के कारन दुई गर्भवती का जलाइन
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