जिला फैजाबाद, ब्लाक तारुन, गंाव नसरतपुर। दस महीना पहले लापता भै सुनीता के जिन्दा मिलै से क्षेत्र मा काफी हलचल मचि गै बाय। 14 फरवरी का सुनीता वापस आइन। जउने सुनीता का घरवाले अउर प्रधान, पूर्वप्रधान मृतक पहचान के लखनऊ से पहचान के आय रहिन। बयान न दर्ज होय पावै से नाय पता चला कि यतने दिन कहां रहीं सुनीता।
पिता नन्दलाल सोनी मां सूरसती कै कहब बाय कि सुनीता कै षादी दुई जगह करेन। पहली सुल्तानपुर बल्दीराय अउर दुसरी जौनपुर के खेतासराय मा करे रहेन। लकिन गेदहरा न हुवय कै कारण बताय के छोड़ दिहिन। 14 अप्रैल का सुनीता घर से लापता होइगै रहीं।
सुनीता के घरवाले गंाव के कुछ मनई पै अपहरण कै रिपोर्ट दर्ज कराय के जेल भेजवाय दिहिन। लकिन 14 फरवरी का सुनीता के वापस आवै के बाद सब उल्टा होइगा। बेगुनाह मनई जेल मा सजा काटत अहैं। उधर सुनीता कै बयान न होय पावै से कुछ तय नाय होय पावत बाय कि आखिर सुनीता यतना दिन कहां रहीं। केकरे साथे रहीं। बयान के ताई लै जाए पै महिला थाना अउर कोटि मा काफी हलचल मचाय दिहिन। जेसे बयान नाय होय पाय रहा। अउर बेगुनाह अबहीं जेल मा ही बाटे।
दीवान इन्द्रजीत उपाध्याय बताइन कि इनके सबका फर्जी फंसावा गै रहा। न्यायालय से सुनीता का घर भेज दीनगा। संजयषर्मा दुई तीन दिन मा छूट जइहै। 164 फर्जी मुकदमा मा फंसावै कै धारा लाग बाय। एस.एस.पी. उमेष कुमार श्रीवास्तव कै कहब बाय कि षव कै गलत पहचान करै अउर फर्जी मुकदमा मा फंसावै कै जांच चलत बाय।
दस महीना बाद वापस आईन सुनीता
पिछला लेख