थाईलैंड में आयोजित साफ्ट वेसबाल प्रतियोगिता में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। छतरपुर जिले के संध्या बिहार कालोनी के आनन्द गुप्ता ने आनन्द के नेतृत्व में भारत की टीम ने स्वर्ण पदक जीता। आनन्द की माता विनीता गुप्ता अध्यापिका है और पिता कमलेश कुमार गुप्ता मत्स्य विभाग में कार्यरत है। आनन्द पांचवीं कक्षा से खेल रहे हैं। साफ्ट वेसबाल प्रतियोगिता में तीन बार भाग ले चुकें हैं। आनन्द ने 2015 में आस्ट्रेलिया में आयोजित इंटर नेशनल प्रतियोगिता में खेल चुके हैं। आनन्द आज इस मुकाम को हासिल करने का श्रेय अपने माता पिता के साथ अपने गुरु को भी देते हैं।
खिलाड़ी साफ्ट वेसबाल के आनन्द गुप्ता ने बताया कि पहले जब हम स्टेडियम में घुसकर राउण्ड थे, तो एक दिन सरजी ने पकड़ लिये और बोले कि चलो खेलो। ये खेल बहुत अच्छा होता है। तब मैंने खेल की क्लास ज्वाइन की। जितनी टीमें जाती थी। उनका कास्टेबल लेबल में सिलेक्शन होता था। फिर स्टेट लेबल पर उसके बाद नेशनल लेबल में खेलने जाती थी। नेशनल के बाद इंटर नेशनल में चुनें जाते थे। जो मुझे यहाँ इस खेल तक पहुचाये हैं वो मेरे सर हैं। वो मेरे कोच हैं। उन्हीं के बदौलत नेशनल,इंटर नेशनल तक का खेल खेला है।
पिता श्री कमलेश कुमार गुप्ता ने बताया कि हमने कभी इतना सोचे नहीं थे कि आनन्द इतनी ऊंचाई तक जाएगा। कभी भी ये बिना बताये खेलने चला जाता था।
माँ विनीता गुप्ता ने बताया कि ये कभी हमारी मदद नहीं लिया है। बचपन से बहुत जिद्दी और लगन का पक्का है। ये 2015 में आस्ट्रेलिया में इंटर नेशनल में जीत के आया है।
रिपोर्टर: सुनीता प्रजापति और नसरीन खातून
Published on May 21, 2018