मुंबई में एक बार फिर बारिश जनजीवन तहस–नहस कर रही है। 29 अगस्त से शुरू हुई जोरदार बारिश ने मुंबईवालों की जिंदगी को रोक दिया है। स्कूल–कॉलेज बंद हैं। डिब्बावालों ने भी छुट्टी कर दी है। कुछ ट्रेनें चल रही हैं, लेकिन थम–थमकर।
पांच घंटे में करीब 100 मिलीमीटर हुई बारिश से मुम्बई और उससे सटे इलाकों में जम के पाने भर गया है। भारी बारिश से मुम्बई की जीवनरेखा कही जाने वाली लोकल ट्रेन सेवा,परिवहन सेवा और वायु सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं।
सरकारी और निजी कायार्लय दोपहर बाद ही बंद करवा दिये गये और बाजार में सन्नाटा पसर गया। वहां सभी तरह के व्यावसायिक कार्य ठप हो गए और दुकानों पर ताले लटकते देखे गए।
सूत्रों ने बताया कि मंगलवार 29 अगस्त सुबह साढ़े आठ बजे से अपराह्न एक बजे तक 100 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। मौसम विभाग ने अगले 24 से 48 घंटे में महाराष्ट्र के पश्चिमी तटीय इलाके,मुम्बई और गुजरात के कुछ हिस्सों एवं गोवा में बहुत तेज बारिश होने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र और गुजरात सरकार को भारी बारिश की चेतावनी भेज दी है। बारिश के कारण शैक्षणिक संस्थान बुधवार को बंद रहेंगे और लोगों को घर से न निकलने की सलाह दी गयी है। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने लोगों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की है।
मौसम विभाग की मानें तो भारी बारिश का सिलसिला अगले 24 घंटों तक जारी रहेगा, इससे राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं।
गौरतलब है कि घनघोर बारिश ने मुंबई के लोगों को 26 जुलाई, 2005 की याद दिला दी है, जब भीषण बारिश के चलते सैंकड़ों लोगों की जान चली गई थी।
मौसम वैज्ञानिक मानते हैं कि 26 जुलाई 2015 के बाद से मुंबई में जन–जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति ने मुंबई की कमर तोड़ दी है। सड़कों पर ट्रैफिक जाम और कारों की लंबी कतारों ने इंडस्ट्रियल कैपिटल को रेंगने पर मजबूर कर दिया है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अगले 48 घंटे तक सामान्य बारिश के आसार हैं जबकि 24 घंटे तक भारी बारिश जारी रहेगी।