तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने मंत्रिमंडल की आपात बैठक बुला कर राज्य विधानसभा को भंग करने की सिफारिश की और राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
वहीं, राज्यपाल ने नई सरकार का गठन होने तक चंद्रशेखर राव से कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में पद पर बने रहने का आग्रह किया है। बता दें, राव का अभी 8 महीने का कार्यकाल बाकी है। ऐसे में उन्होंने अपने इस दांव के जरिए विपक्ष की रणनीति पर पानी फेर दिया है।
राज्य विधानसभा का अगला चुनाव 2019 में लोकसभा चुनाव के साथ ही कराया जाना है, लेकिन मुख्यमंत्री राव इस साल के अंत में 4 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ ही इस राज्य के चुनाव कराने के मकसद को लेकर फैसला किया है।
कहा जा रहा है कि राव चाहते हैं कि अचानक विधानसभा भंग करा दिए जाने से चुनाव की तैयारियों के लिए विपक्षी दलों को ज्यादा मौका न मिले। जबकि जानकारों की माने तो, ज्योतिष में खासा विश्वास रखने वाले मुख्यमंत्री राव, 6 अंक को बेहद शुभ मानते हैं। इसलिए उन्होंने इस अहम फैसले के लिए 6 सितंबर के दिन को चुना है।