जिला बांदा, बदौसा थाना, बबेरू कोतवाली अउर तिन्दवारी थाना। इं क्षेत्रन मा तीन जने के साथै छेड़खानी होय का मामला पुलिस के पास पहुंचा। दुई मामलन मा पुलिस छेड़खानी करैं वालेन का ढूढ़ै मा लाग है। एक मामला मा पुलिस मारपीट अउर जान से मारैं के धमकी का मुकदमा लिख लिहिस है। इं मामला जिला मा बढ़त महिला हिंसा का देखावत हैं।
बदौसा थाना क्षेत्र के एक मेहरिया बताइस-“15 सितम्बर 2014 का मैं गंाव के शेखर के खिलाफ छेड़खानी का मुकदमा लिखाये हौं। काहे से खेत जाय मा शेखर रास्ता छेकत है। वा गांव मा कउनौ मेहरिया बिटियन का देख लेत है तौ खेद मारत है। 13 सितम्बर 2014 का मोरे साथै भी छेड़खानी करिस है।” बदौसा एस.ओ. अनिल कुमार सिंह का कहब है कि दरखास आवैं के दिन दुई पुलिस गांव भेजे रहौं। शेखर के न मिलैं से पुलिस लउट आई। गांव मा जा के पकड़ै के कोशिश कीन जात है। पकड़े जाय के बाद मामला के जांच होई अउर कारवाही कीन जई।
दूसर मामला मा बबेरू कोतवाली क्षेत्र के मेहरिया कहत है-“मोर लड़की 5 सितम्बर 2014 का बाजार दवाई करावैं आई रहै। मोहल्ला के काशी अउर संतोष रास्ता मा छेक के गाली गलौंज करिन। इं दूनौ छेड़खानी खुदै करत हैं अउर दुसरे से करावत हैं। वा दिन से मोर लड़की डेरन के मारे बाहर नहीं निकरत आय। मैं 5 सितमबर 2014 का बबेरू कोतवाली मा दरखास दीने हौं, पै कारवाही नहीं भे आय।” बबेरू कोतवाली का मुंशी चतुरलाल बताइस-“पुलिस काशी अउर संतोष का पकड़ै गांव जात हैं तौ उंई घर मा नहीं मिलत आय। दूनौ का पकड़ के मामला के जांच होई तबै कारवाही भी कीन जई।
तीसर मामला मा तिन्दवारी थाना क्षेत्र के मेहरिया का कहब है कि 15 सितम्बर 2014 का गांव का संतोष कुशवाहा मोर घर रात 2 बजे घुसा। सोवत परे मुंह दबा के भीतर लइगा। कउनौतान से मुंह खोल के चिल्लायेंव तौ घर के लोग जाग आय। संतोष का पकड़ के पुलिस का तुरतै फोन करिन। पुलिस फोन मा ही कहिस कि वहिका मारेंव न। सुबेरे पुलिस वहिका लिवा लइगे। हम छेड़खानी लिखावैं का दरखास दीन है, पै पुलिस आपन हिसाब से रपट लिखिस है।” तिन्दवारी थाना का एस.ओ. अजय कुमार सिंह का कहब है कि या मामला मा गाली गलौज के धारा 504 अउर जान से मारैं के धमकी के धारा 506 लाग है। संतोष का पकड़ के जेल भेजा जई।
तीन मेहरियन के साथै छेड़खानी
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