सतना जिला का अमौधा गांव जहां तालाब सुन्दरीकरण के लिए शासन की तरफ से बीस लाख रूपये दिए गये लेकिन अब तक काम पूरा नहीं किया गया है।
गीता अहिरवार का कहना है कि तालाब में सीढ़ी बना दी जायें साफ-सफाई और हैन्डपम्प लग जायें तो लोगों को सुविधा हो जायें। बिट्टी ने बताया कि तालाब बन जाये तो नहाने धोने की सुविधा हो जायेगी। दयाराम का कहना है कि तालाब में चारों तरफ बाऊंड्री बन जायें और सुन्दरीकरण हो जायें तो जानवरों को और लोगों को सुविधा हो जायें। रामचरन का कहना है कि तालाब मा बगीचा बना दिया जायें तो अच्छा रहेगा। भारती ने बताया कि तालाब बन जायें तो नहाने की सुविधा हो जायेगी। राम किशन ने बताया कि हम तो चाहते है कि तालाब की साफ-सफाई हो जायें लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
वार्ड पार्षद मीना यादव का कहना है कि यहां तीन तालाब हैं, इन तालाबों के गहरीकरण और घाट बनवाने की बहुत कोशिश की है। पुराने कलेक्टरों ने दस-दस लाख रूपये सुन्दरीकरण के लिए दिए थे, तब ठेकेदार चच्चू बिल्डर्स और विनोद शर्मा को ठेका दिया गया था, किन्तु स्टे लग जाने के कारण काम पूरा नहीं हो पाया है।
रिपोर्टर- आभा विश्वास