जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड बथनाहा, पंचायत रूपौली रूपहरा, गांव कोईली गोट। उहां डी.डी.टी. छिड़काव हो रहल हई। इ काम 11 अप्रैल 2014 से शुरू हई अउर दु महीना तक चलतई। लेकिन लोग अपना-अपना घर में दवा के छिड़काव न करे दे रहल छथिन।
इहां के लोग जयनून खातून, सखिया देवी, आषा देवी इ सब लोग कहलथिन कि दवा के घर में छिड़काव करे से कोई फायदा न होई छई उड़ीस फार जाई छई। सब घर में घर के दिवाल में बिछावन सब में उड़ीस हो जाई छई त त हम काहे ई दवा अपना घर में छिटवाउ। दवा छिटे वाला ममजदूर सत्यनारायण चैरसिया, रंजन साह कहलथिन कि स्वास्थ्य विभाग से डी.डी.टी. छिड़काव हो रहल हई। हमस ब नौ बजे से चार बजे तक गांव में काम करई छी त हमरा सब के एक सौ पचहतर रूपईया मिलईय। हमस ब इ काम 1990 से करई छी। लेकिन गांव के लोग दवा न छिटबबई छथिन। लेकिन ऐई दवा के छिड़काव से डायरिया, कालाजर इ सब बिमारी अउर किड़ा से बचाव होई छई। लेकिन तईयो लोग अपना घर में दवा न छिटबबई छथिन।
स्वास्थ्य प्रभारी आदित्य कुमार कहलथिन कि इ छिड़काव मच्छर, माछी से होय वाला बिमारी से बचाव के लेल डी.डी.टी. छिड़काव होई छई अउर इ छिड़काव कुछ ही गांव, पंचायत में हो रहल हई। एक साल में दु या तीन बेर छिड़काव कयल जाई छई।
डी.डी.टी. छिड़काव कराउ बिमारी दूर भगाउ
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