जिला बांदा। एक महीने के अन्दर लगातार दो बार डीजल पेट्रोल के दाम घटे पर किराया नहीं घटा। लोगों का कहना है कि पेट्रोल और डीजल के दाम जब बढ़ते हैं तो रातों रात किराया भी बढ़ जाता है। लेकिन इनके दाम घटने पर किराया क्यों नहीं घटा?
नरैनी जाने के रास्ते में बडोखर ब्लाक के गांव तिन्दवारा निवासी भूरा और रूकमिन ने बताया कि पहले तिन्दवारा से नरैनी का किराया पचीस रुपए था। बढ़ते बढ़ते यह तैंतीस रुपया हो गया। हर बार ड्रईवर कहते हैं कि पेट्रोल बढ़ने से दाम बढ़ रहे हैं। लेकिन इस महीने दो बार पेट्रोल और डीजल के दाम घटे फिर किराया क्यों नहीं कम हुआ?
गिंरवां गांव के भेाला, देवरार गांव के रामकिशोर सौंता गांव के मोहन भी किराया न घटने को लेकर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि जब गाड़ी में डालने वाला पेट्रोल और डीजल महंगा हो तो किराया भी महंगा हो जाता है। फिर अब जब यह सस्ते हो गए हैं तो सरकार किराया भी सस्ता करे। ड्राईवर किराया घटाने के पक्ष में नहीं हैं। पर जनता तो सस्ता किराए की मांग करेगी।
बांदा परिवहन विभाग के ए.आर.एम सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी महेश कुमार से पूछा गया तो उनका कहना था कि किराया घटना बढ़ना लखनऊ परिवहन विभाग के हाथ में हैं। यह इसके लिए एक कमेटी होती है। लंबी चर्चा के बाद फैसले लिए जाते हैं।