जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड सोनबरसा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में अभी सबसे ज्यादा डायरिया के मरीज आ रहल हई। एक दिन में सात-आठ से ज्यादा रोगी भरती हो जाई छई। गर्मी बढ़े के कारण ही इ बिमारी बढ़ रहल हई।
इलाज के लेल आयल जमुनिया मुशहरनिया के सरूपिया देवी कहलथिन कि हमर तबियत 13 मई के रात में खराब हो गेलई। हम कोई तलल खाना न खईली लेकिन ऐका एक दस्त कै होये लगलई। हम बहुत कमजोर हो गेली। ओकरा बाद हम न जनली कि की भेलई। उनकर पति महित माझी कहलथिन कि हम गांव से दवाई करईली लेकिेन ठीक न भेलई तब हम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में ले गेली। अभी पानी छौ गो बोतल चढ़ला पर कुछ आराम हई। अगर समय से न अईती त उनकर कोई ठीक न रहलई। सोनबरसा के मरीज असिया देवी पति सोनफी दास कहलथिन कि बहुत सही समय पर अपना पत्नि के इहां ले अईली। ओकर पुरा शरीर ठंडा हो गेल रहई। डाॅक्टर साहब बहुत अच्छा तरह से इलाज कलथिन अउर सब दवा पानी अस्पताल से ही मिललईय। धनिक लोग पैसा से इलाज करईत लेकिन गरीब के लेल इहे इलाज से ठीक हो जाई छई।
डाॅक्टर दया शंकर कहलथिन कि अभी डायरिया के मरीज सबसे ज्यादा अबई छई। जेकर सही उपचार अउर इलाज कयल जाई छई। लोग के भी खान-पान पर भी ध्यान देवे के चाही। समय पर इलाज न कयला पर मरीज के जान भी जा सकई छई।
डायरिया के शिकार सबसे ज्यादा
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