जिला लखनऊ, ब्लाक मलीहाबाद, गांव मोहम्मद नगर। यहां के मोहम्म्द शोएब का आरोप है कि न्यू सहारा नाम के निज अस्पताल में डाक्टरों की लापरवाही से मेरी पत्नी नाहिदा और बच्ची की मौत हो गई।
मोहम्मद शोएब ने बताया कि 6 जून शाम को मेरी पत्नी को दर्द शुरू हुआ। हम उसे अंधे की चैकी स्थित न्यू सहारा अस्पताल ले गए। मेरी पत्नी की जांच वहीं से पहले भी हुई थी। पहले तो डाक्टर ने कहा कि डिलीवरी नार्मल हो जाएगी। लेकिन सुबह मुझसे बिना पूछे आपरेशन कर दिया। पर मैंने सोचा कि मेरी भलाई के लिए ही किया होगा। जितना पैसा लगेगा लगाऊंगा बस मेरी औरत ठीक हो जाए। जुड़ाव बच्चे हुए। एक लड़का और एक लड़की। बच्ची की तबियत लगतार बिगड़ रही थी। मैंने डाक्टर से कहा मगर उन्होंने कहा कि मेरा काम डिलीवरी तक था। बाकी मेरी जिम्मेदारी नहीं है। जब तक हम दूसरे अस्पताल ले जाते तब तक बेटी मर गई। उसके बाद 12 जून को पत्नी भी मर गई। इस पर मेरे परिवार के लोगों ने हंगामा किया। काकोरी थाने से पुलिस आई मामला शांत करवाया। 15 जून को हम थाने रिपोर्ट लिखवाने गए मगर रिपोर्ट नहीं लिखी गई। उसके बाद से हमारे पास दिन में दो तीन बार फोन आते हैं कि रिपोर्ट लिखवाई तो जान से मार देंगे।
उधर न्यू सहारा अस्पताल के डायरेक्टर जे.डी. अंसारी का कहना है कि लापरवाही परिवार वालों की है। हमने उसे दो दिन पहले ही रिफर कर दिया था। लेकिन वह लोग खुद नहीं ले गए। जब खून चढ़ाने की जरूरत पड़ी तो यह लोग खून का इंतजाम नहीं कर पाए जिस कारण औरत की मौत हुई।