जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव अस्थौन। एते दसन साल से चल रहे आंगनवाड़ी केन्द्र एसी ठन्ड में खुलत हें। एई से एते के आंगनवाड़ी केन्द्र में पढ़े वाले बच्चे ठन्डी खा लेके परेशान हे।
आंगनवाड़ी शहीदा खातून ने बताओ कि में 1991 से एते आंगनवाड़ी के पद में काम करत हों। जेसी ठन्ड ई साल परत हे ऊसी ठन्ड कभऊं नई परी आय। सहायिका कुशुम दुलइया बताउत हे कि लड़का लिबाउन जात हों तो गांव के आदमी खिसिया के भगा देत हें। कहत हें कि तुम्हाये केन्द्र खे लाने एसी ठन्ड में हम आपन बच्चा न भेजबी। एसई जैतपुर ब्लाक के थुरट गांव की आंगनवाड़ी सुमित्रा ओर नौगांव की आंगनवाड़ी अजमीला बेगम ने बताओ कि अगर केन्द्र में बच्चा नई आउत हें तो हम सुबेरे 9 बजे से लेके 1 बजे दोपहर तक अकेले बेठे रहत हें। एईसे लागत हे कि जभे 1-10 के सब स्कूल बन्द हें तो हमाये केन्द्र भी बन्द होय खा चाही। अगर हम चाहे भी कि केन्द्र बन्द कर देय तो उपर से कारवाही होय को डर हे। बाल विकास परियोना के जिला कार्यक्रम अधिकारी रामेश्वर पाल ने बताओ कि आंगनवाड़ी केन्द्र खे लाने छुट्टी को ऊपर से कोनऊ नियम नइयां। हम बिना नियम के केन्द्र नई बन्द कर सकत हें।
ठन्डी से ठिठुरत बच्चा, नई बन्द होत केन्द्र
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