जिला बांदा, ब्लाक बड़ोखर खुर्द, गांव भूरागढ़ का मजरा बोधी पुरवा अउर नरैनी ब्लाक का गांव गुढ़ाकला। हेंया लगभग एक महीना से जानवर का गलाघोटू, खुरपका अउर मुंहपका के बीमारी फइली है। कइयौ जानवरन के मउत भी होई चुकी है।
बोधी पुरवा के कमलेश अउर कल्लू बताइन कि उनके भैंस 13 अगस्त 2013 का मर चुकी है। भूरागढ़ के कमलेश के भैंस 25 जुलाई 2013 का मरी है। काहे से जानवरन के टीका नहीं लाग आय। हर साल बारिश से पहिले टीका लाग जाय का चाही।
बांदा पशु अस्पताल के डाक्टर महेश प्रसाद बताइन कि मटौंध पशु अस्पताल के डाक्टर टीका लगाइन हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी चन्द्र दत्त शर्मा कहत है कि अगर एक दुई मड़इन के जानवर टीका लगावैं से रहि जात हैं उंई ही मड़ई कहत हैं कि टीका नहीं लाग।
गुढ़ाकला गांव के जगन्नाथ, चुनबाद अउर राममनोहर कहत है कि या साल जानवरन के टीका अबै तक नहीं लाग आय। या मारे एक महीना से जानवरन मा बीमारी फइली है। रोज का कउनौ न कउनौ मड़ई के जानवर मरत हैं। सूचना दें के बाद भी डाक्टर नहीं पहुंचत आय। नरैनी पशु अस्पताल के फार्माशिष्ट राजेश कुमार कहत है कि इंजेक्शन आवै के हिसाब से जानवरन को टीका लगावा जात है। हमरे पास करमचारिन के कमी है। अगर होंआ टीका नहीं लाग तौ लगावा जई।
टीका न लागैं से फइली बीमारी
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