झांसी के सफा गांव से स्वास्थ्य केंद्र पांच से छः किलो मीटर दूर है। बच्चे और बुजुर्ग आदमी सब प्राइवेट डाक्टर को दिखाबे जात उनको कैबो है के इते से स्वास्थ केंद्र पांच से छः किलो मीटर दूर है ई बजे से हम औरे प्राइवेट डाक्टर नई जात और डाक्टर ज्यादा रुपजा लेत तो तनक मनक दबाई ले लेत।
कृष्णा, मनीषा, खुसबू ने बताई के चार पांच दिना से बुखार आ रओ हाँथ पांव में दर्द ,ठण्ड देके बुखार आत सो दबाई लेबे राजगढ जात और उते से भी आराम नईया है।
इते कि रैबे बली साबित्री ने बताई के बुखार है दबाई लेबे बल्लमपुर गए ते तो सौ रुपजा लगे ते। और कछु आराम नईया।
फुलादेवी ने बताई के हम तो निरंजन डाक्टर नों जात। सरकारी डाक्टर कबहु आत नईया चाय कछु हो जाये।
इते के हेल्थ केयर सुपर वाईजर लखेरा ने बताई के इते के लोग पूरो इलाज नही करबात जी के मारे आदमी बार बार बीमार होत।
डाक्टर जगजीवन राय ने प्राइवेट बताई के इते सबसे ज्यादा वायरल डायरीया और पेचिस के मरीज है और हमाय पास केबल आस पास के आदमी आत और अब हम अपनी क्लिनिक नई चलत हमाओ डेढ़ साल पेले एक्सीडेंट हो गओ तो जी से हमाओ पाव टूट गओ तो इके मारे अब हम नई चलात अब हमे पास आत तो हम थोड़ी भोत दबाई दे देत और उन्हें सुझाब दे देत और हम निशुल्क करत पैसा नई लेत जा के मारे।सब जने हमनो आत।
कृष्णा, मनीषा, खुसबू ने बताई के चार पांच दिना से बुखार आ रओ हाँथ पांव में दर्द ,ठण्ड देके बुखार आत सो दबाई लेबे राजगढ जात और उते से भी आराम नईया है।
इते कि रैबे बली साबित्री ने बताई के बुखार है दबाई लेबे बल्लमपुर गए ते तो सौ रुपजा लगे ते। और कछु आराम नईया।
फुलादेवी ने बताई के हम तो निरंजन डाक्टर नों जात। सरकारी डाक्टर कबहु आत नईया चाय कछु हो जाये।
इते के हेल्थ केयर सुपर वाईजर लखेरा ने बताई के इते के लोग पूरो इलाज नही करबात जी के मारे आदमी बार बार बीमार होत।
डाक्टर जगजीवन राय ने प्राइवेट बताई के इते सबसे ज्यादा वायरल डायरीया और पेचिस के मरीज है और हमाय पास केबल आस पास के आदमी आत और अब हम अपनी क्लिनिक नई चलत हमाओ डेढ़ साल पेले एक्सीडेंट हो गओ तो जी से हमाओ पाव टूट गओ तो इके मारे अब हम नई चलात अब हमे पास आत तो हम थोड़ी भोत दबाई दे देत और उन्हें सुझाब दे देत और हम निशुल्क करत पैसा नई लेत जा के मारे।सब जने हमनो आत।
22/07/2016 को प्रकाशित
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है 5-6 किलोमीटर दूर
झांसी के सफा गाँव के लोग बीमारी में कहाँ जाएं?