जिला झांसी, गांव खैरार इते पानी बरसबे के मारे सबरी फसल ख़राब हो गयी खेत में इतनो ज्यादा पानी भर गयो के सब फसले सड़ गयी।
सुमित्रा ने बताई के तिली,उर्द,मूंग,मूगफली सब सड़ गयी सबके फूल झर गये सब बरबाद हो गयी। बराबर एक महीना से पानी बरस राओ और रोग लग गओ सो पीरी पर गयी पूरी और कीरा लग गये पानी के मारे। अब उनमे कछु नई निकरने इतनो पानी भरो खेत में घुस तक नई पा रए।
प्रभा ने बताई के हमने दस किलो उर्द और दस किलो मूंग को बीज बो तो अब हमे जा लग रई के बामे सबरे दस दाने निकर आबे बोई बिलात हे। खेत एसे भरे पानी के मारे के जेसे सिगाडे के तला भरे होबे सबरी फसल डूब गयी पानी से अब बामे का हुए फसल बा तो पूरी बेकार हो गयी। चैत में सूखा पर गयी ती और अब हे सो इतनो पानी बरस रओ सो फिर से सबरी फसल खराब हो गयी।
मुन्ना लाल साहू एस एम एस ने बताई के जा बार पानी ज्यादा बरसबे के मारे किसान कि फसले बेकार हो गयी लेकिन अब अगर बीस पच्चीस दिन खुलो रेबे तो बखराई हो जेहे तो जो पानी से चारो हो गयो बो सब मर जेहे और खेत भोत अच्छो बन जेहे।
सुमित्रा ने बताई के तिली,उर्द,मूंग,मूगफली सब सड़ गयी सबके फूल झर गये सब बरबाद हो गयी। बराबर एक महीना से पानी बरस राओ और रोग लग गओ सो पीरी पर गयी पूरी और कीरा लग गये पानी के मारे। अब उनमे कछु नई निकरने इतनो पानी भरो खेत में घुस तक नई पा रए।
प्रभा ने बताई के हमने दस किलो उर्द और दस किलो मूंग को बीज बो तो अब हमे जा लग रई के बामे सबरे दस दाने निकर आबे बोई बिलात हे। खेत एसे भरे पानी के मारे के जेसे सिगाडे के तला भरे होबे सबरी फसल डूब गयी पानी से अब बामे का हुए फसल बा तो पूरी बेकार हो गयी। चैत में सूखा पर गयी ती और अब हे सो इतनो पानी बरस रओ सो फिर से सबरी फसल खराब हो गयी।
मुन्ना लाल साहू एस एम एस ने बताई के जा बार पानी ज्यादा बरसबे के मारे किसान कि फसले बेकार हो गयी लेकिन अब अगर बीस पच्चीस दिन खुलो रेबे तो बखराई हो जेहे तो जो पानी से चारो हो गयो बो सब मर जेहे और खेत भोत अच्छो बन जेहे।
रिपोर्टर- लाली
02/09/2016 को प्रकाशित
झांसी के खैरार गाँव में हुई फसल खराब
किसानों को भारी नुक्सान