जिला झांसी, गांव मथुरापुरा जिते आदमी आगे बढ़बे की सोचत उतई मथुरापुरा गांव में बिजली तक नइया। शाम होत ही मोड़ी मोड़ा सो जात काय के अधेरे में पढ़ हे केसे।अगल बगल के गांव में बिजली देख के इते के मोड़ी मोड़न को भी मन होत के आखिर हमाय गांव में भी बिजली कबे आहे।
कमला ने बताई के हमाय गांव में बिजली नइया सो कीरा पतीरा काट ले का दिखा रओ अधेरो डरो रत। मोड़ी मोड़ा पढ़ नइ पात। रामचरण ने बताई के बिजली की भोत परेशानी होत मोड़ी मोड़ा पढ़ लिख नइ पात। मच्छर काठत सो बीमारी अलग होती। न अधेरे में बना पाए न खा पाए का दिखा रओ।
द्रोपती ने बताई के मोड़ी मोड़ा पढ़ नइ पा रए पहले के आदमियन की तो कट गई जेसी जो कछु हती। अब जे मोड़ी मोडन को का हुए। वोट लेबे आत सो तो कत के तुमाये गांव में बिजली आ जेहे। एक महीना में दो में लेकिन आतइ नइया।
वीरेन्द्र प्रताप सिंह जिला पंचायत मित्र ने बताई के अबे हम चुनाव प्रचार में हते तो कई ती। और जो योजना चल रई राजीव गांधी विधुत योजना उते बिजली पोच जेहे।
हमने अधकारीयन से भी बात करी और हमई कोशिश हे के उते जल्दी से जल्दी बिजली पोचबे।
रिपोर्टर- राजकुमारी
16/12/2016 को प्रकाशित