उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से तीन सौ पन्द्रह किलोमीटर दूर झांसी जिले का महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कालेज में पच्चीस साल का घनश्याम भर्ती है क्योंकि एक सड़क दुर्घटना में उसका पैर कट गया है, तब यहां के इमरजेंसी वार्ड में उसको भर्ती किया गया है। जहां इलाज के दौरान उसके कटे पैर को तकिया बना दिया गया है। उसी राज्य की कहानी है, जहां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केरल को उत्तर प्रदेश से सीखना चाहिये कि स्वास्थ्य सिस्टम कैसे चलाया जाता है।
मरीज के चाचा छविलाल ने बताया कि पैर के तकिया बनानें के बारे में पूछने पर डाक्टर कहते है हमें कुछ नहीं पता है। तब एक घंटे बाद हम लोगों ने एक पन्नी ढूढ़ी और उसमें कटन पैर रखा। मरीज घनश्याम का कहना है कि मैं एक स्कूल की बस में काम कर्तन हूं, बस पलटने से यह दुर्घटना हुई है। मरीज के जीजा जानकी का कहना है कि जब विधायक आये है तब फिरी इलाज करने को कहा है।
डाक्टर हरिश्चंद्र आर्य का कहना है कि यह किसकी गलती है, जांच के बाद कार्यवाही की जायेगी। मेडिकल कालेज की प्रधानाचार्य कल्पना कौशिक का कहना है कि इस घटना में चार लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है।
रिपोर्टर- सफीना