जिला झांसी, ब्लाक बबीना सरकार ग्रामीण इलाकन में अच्छी स्वास्थ्य सुविधा की बात करत। लेकिन ग्रामीण ओरतें सरकारी व्यवस्था में केवल एक संख्या बन के रह जाती।
झांसी जिला के बबीना ब्लाक में नसबंदी कैम्प लगो लेकिन इते सुविधा के कैम्प में एक बेड पे दो ओरतन को लिटाओ गओ। रेखा आशा कार्यकर्ता ने बताई के हम गोदरा से आय के लेके हमाय आठ दस केस हो गये। एक बेड पे दो दो ओरतें काय लिटाई जा रइ हमे नइ पतो।
डॉक्टर अंशुमान तिवारी ने बताई के 30 महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन करे गये जाकी अध्यक्षता और देख रेख अधिक्षक सर करत। हमाय ते कम से कम साठ गांव से आत केस और संख्या ज्यादा होबे के मारे एक बेड पे दो दो जने लिटा देत।
अब कोऊ को नेचे तो लिटा हे नइ। सुमन गुप्ता ने बताई के हमने कबहु नइ कई के एक बेड पे दो जने काय लिटात। जितनी व्यवस्था होत सो करत डॉक्टर।
दस आदमियन में एक ओरत का बोलो। और कोनऊ दिक्कत नइ होत टांके भी इतेइ कट जात बबीना नइ जाने परत एन एम काट देती।
सीमा आरामशीन निवासी ने बताई के अलग अलग लिटाने चाहिए दो जनन में दिक्कत होत। नसबंदी कराबे भोत ओरतें आती हमाओ नंबर 29 हतो।
रिपोर्टर- सुनीता, सफीना और सोनी
27/12/2016 को प्रकाशित