जिला झांसी, गांव खजराहा के आदमी कोटेदार से परेशान हे। आदमियन ने कोटेदार के खिलाफ दरखास दई। कोटा निरस्त कर दओ गओ लेकिन जब गांव में खुली बैठक भइ तो कोटेदार ने आदमियन से कोरे कागज पे जो बोल के दसखत करवा लए के इते पानी की सुविधा करी जेहे। और कोटेदार ने बो दरखास कोटेदार को प्रस्ताव डार के अपनी बहू के नाम कोटा ले लओ। फिर से आदमी कोटेदार के खिलाफ दरखास दे रए लेकिन कोनऊ करवाही नइ हो रई। सचिव ने कोनऊ भी जानकारी देबे से मना कर दई।
प्रबल प्रताप ने बताई के हमाय ते जो कोटे की दुकान हती करीब बारह तेरह महिना पहले चुनाव के बाद गांव के आदमियन ने शिकायत करी के सही वितरण नइ करत। तो एस डी एम् सहाब ने निरस्त कर दओ तो। कोटेदार ने कमिश्नर सहाब के ते से दरखास लगाई तो उते से भी निरस्त कर दओ। बाके बाद बो हाईकोर्ट में गओ उते अबे केस चल रओ।
रामदेवी और ऊषा राजपूत ने बताई के कोनऊ बैठक नइ भइ और गुप्त में बैठक करी कोऊ को पतो नइ चलो कोटेदार के पक्ष के आदमियन ने दसखत कर दए और सबसे करबा लए।मदन प्रधान ने बताई के झूठो आरोप लगाओ जा रओ कोरे कागज पे दसखत कोऊ नइ करवात।
रिपोर्टर- खबर लहरिया ब्यूरो
18/05/2017 को प्रकाशित